Page 4 - MAGAZINE
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भारत सरकार का उद्यम
                   पत्तन, पोत पररवहन और जलमार््ग मंत्ालय


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             भप्रय पाठकों,

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                                                                                                        ं
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             आप सिषी को सागर रत्न हहंदी पत्त्का क 17 िें संस्करण क शुि अिसर पर हार्दंक बधाई और शुिकामनाए। यह
             हमारी सस्ा क ललए गि्व और खुशषी का पल है कक हम एक और कदम सफलता और प्रेरणा की ओर बढ़ा रहे हैं। कोचषीन
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             शशपयाड्व ललभमिेड न अपनषी स्ापना से लकर आज तक उत्ष्टता और गुणित्ता क उच्चतम मानकों को अपनाया है।
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             हम अपन निाचार, सिीकता, और पययािरणषीय जजम्दारी क प्रभत समर्पंत रहते हुए, देश की सामुद्रिक ताकत को सुदृढ़
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             करन में अपना योगदान दे रहे हैं। यह गि्व का भिषय है कक हमार समर्पंत कमचाररयों, ग्ाहकों और साझेदारों क सतत
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             प्रयासों न कोचषीन शशपयाड्व को नई ऊचाइयों तक पहुँचाया है। यह पत्त्का एक माध्यम है, जजसक द्ारा हम अपन काययों,
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             पररयोजनाओ और िभिष्य क दृष्ष्टकोण को आप तक पहुंचान का प्रयास कर रहे हैं ।
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             कोचषीन शशपयाड्व की हहंदी गृह पत्त्का ‘सागर रत्न’ न किल ज्ान का आदान-प्रदान करतषी है, बल्कि भिचारों, सांस्कभतक
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             धरोहरों और प्रेरणादायक कहाननयों का एक सगम िषी प्रस्ुत करतषी है। इस भिशेष सस्करण में, हमन उन भिषयों पर
                                                                                   ं
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             प्रकाश डाला है जो हमार समाज, सस्कभत और आन िालषी पषीत्ढ़यों क ललए महत्वपूण हैं। हमारा उद्ेश्य हमेशा से ही उच्च
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             गुणित्ता िालषी सामग्षी प्रस्ुत करना रहा है, जो पाठकों को जानकारी देन क साथ-साथ उन्हें प्रेररत िषी कर। यह आपकी
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             सतत सहिानगता और समथ्वन क भबना संिि नहीं था।
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             मैं सिषी लखकों, संपादकों और हमारी िीम क सदस्यों का आिार प्रकि करता हूँ जजन्होंने इस पत्त्का को इस स्र तक
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             पहुँचान में योगदान द्दया। साथ ही, मैं पाठकों का िषी हृदय से धन्यिाद करता हूँ, जजनकी रुचच और प्रभतकरिया हमें हर
             बार बेहतर करन क ललए प्रेररत करतषी है।
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             आशा है कक यह संस्करण आपक ललए प्रेरणादायक और ज्ानिध्वक होगा ए ां यह आपक द्दल को प्रिाभित करगा।
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                                                हार्दंक शुिकामनाओ सद्हत ।
                                                                                               मधु एस नायर
                                                                                       अध्यक् एिं प्रबंध ननदेशक
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