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पुरुशिया घूिने का सबसे अच्छा सिय                  अजोध्या पिाशड़याँ

               पुरुशिया िें िौसि अपने चरि पर िोता िै, खासकर      अजोध्या पिाशड़याँ दििा पिाशड़यों का एक शिस्सा
            गशि्डयों और सशद्डयों िें जब पुरुशिया िें तापिान असिनीय  और पूवी्ड घाट श्ृंखिा का एक शवस्ताशरत शिस्सा िै। यि
            िो जाता िै। िेशकन यि शवशवध सुंदरता प्रदान करता िै  युवा पव्डतारोशियों क े  शिए रॉक क्िाइशम्बंग का बुशनयादी
            और िौसि क े  आधार पर पशरदृश्यों िें पशरवत्डन प्रदशि्डत  पाठ्यक्रि  सीखने  क े   शिए  एक  िोकशप्रय  स््थान  िै।
            करता िै। गशि्डयों को छोड़कर जब प्रचंर् गिी्ड िोती  अजोध्या शिल्स तक पिुँचने क े  शिए दो िाग्ड उपिब्ध
            िै, बरसात क े  िौसि पुरुशिया अपने सबसे अच्छे रूप  िैं। एक झािदा क े  रास्ते और दूसरा शसरकाबाद क े
            िें बांधों, झरनों को सजाता िै। पिाि क े  िाि फि ू िों  रास्ते। िाच्ड क े  ििीने िें, संपक्ड िागो्डं और आसपास क े
            िें शछपी प्रक ृ शत क े  सा्थ वसंत सबसे अच्छे सिय िें  गांवों सशित पूरी पिाड़ी पिाि क े  फि ू िों से िाि रंग िें

            से एक िै।                                         रंग जाती िै और ऐसा ििसूस िोता िै जैसे पूरा ििर

            किाँ रिा जाए                                      आग की िपटों िें शघर गया िो। यि सुंदरता इतनी
                                                              िनिोिक िै शक इस पर शवश्ास करने क े  शिए इसे
               ्‍ठिरने क े  शिए पुरुशिया िें पया्डप्त बजट िोटि िैं।   देखना िी पड़ेगा।
            िािाँशक, अजोध्या पिाड़ िें जो शरसॉट्ड खुिे िैं, वि
            अपने आप िें एक सौगात िै।

            आकर््डण क े  स््थान

               क्योंशक पुरुशिया एक शविाि क्ेत्र िै, इसशिए पुरशिया
            क े  प्रत्येक खंर् को पूरी तरि से घूिने िें िगभग 2-3
            यात्राएं िगती िैं। िािाँशक,  िैं आकर््डण क े  क ु छ प्रिुख

            क्ेत्रों को शिखने का प्रयास कर रिी िूँ।



                                                    पुरुशिया िें िौसि अपने

                                                       गशि्डयों और सशद्डयों िें
                                                       जब पुरुशिया िें तापिान
                                                   " चरि पर िोता िै, खासकर
                                                        असिनीय िो जाता िै।
































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                  सागर रत्न हिंदी गृि पत्रिका
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