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यषात्षाित्त
ृ
पुरुलिया
बंगाल का असली स्ाद
पु रुशिया पशचिि बंगाि का एक शजिा िै शजसकी
सीिा झारखंर् से िगती िै। पुरुशिया अपनी
प्राक ृ शतक सुंदरता क े शिए जाना जाता िै और यि
कई पिाशड़यों, जंगिों और झरनों का घर िै। शजिे
सौशमता घोष
क े क ु छ िोकशप्रय पय्डटन स््थिों िें अजोध्या पिाशड़याँ, उप प्रबंधक
जॉयचंर्ी पिाड़, िा्था वन और बाघिुंर्ी िाशिि िैं।
पुरुलिया
यि शजिा अपनी सिृद्ध आशदवासी संस्क ृ शत क े शिए
भी प्रशसद्ध िै और सं्थाि, िुंर्ा और िो जैसे कई गढ़ पंचकोट,
"पांच क ु िों का
स्वदेिी सिुदायों का घर िै। " शजसका अ्थ्ड िै
अपने देिाती आकर््डण और प्राक ृ शतक पशरदृश्य क े शकिा"
शिए जाना जाने वािा, पुरुशिया बंगाि की ग्रािीण
जीवनिैिी का एक उत्क ृ टि स्वाद देता िै। िाि
शिट्ी वािी सड़कों से सुसशज्जत, इसका ऐशतिाशसक
िित्व भी िै जो पूरे क्ेत्र िें शवशभन्न स्िारकों और
भूिे-शबसरे िशदरों क े रूप िें शदखाई देता िै। बिुत
ं
से िोग निीं जानते शक पुरुशिया ने बंगाि क े
इशतिास और इसकी बेिद सिृद्ध आशदवासी संस्क ृ शत
को तरािने िें भी बिुत िित्वपूण्ड भूशिका शनभाई ्थी।
पुरुललया कसे पिुँच ें
ै
कोिकाता से पुरुशिया पिुंचने का
सबसे तेि तरीका िावड़ा से चिने
वािी ट्रेनें िैं। अगर आप िॉन्ग ड्ाइव
क े िौकीन िैं तो 300 शकिोिीटर
का सफिर तय करने िें करीब 6 घंटे
िगेंगे।
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सागर रत्न हिंदी गृि पत्रिका